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Raksha Bandhan 2023 Essay in Hindi

रक्षा बंधन बहुत ही लोक परचलित त्यौहार है | यह भारत देश में बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है| इस लेख में रक्षा बंधन का निबन्ध विस्तार से दिया गया है | हम इस लेख में रक्षा बंधन के बारे में बहुत से जानकारी हासिल करेंगे | रक्षा बंधन के बारे में लोक परचलित कथा को पढेंगे | Raksha Bandhan 2023 Essay in Hindi और यह जानेगे की रक्षा बंधन क्यों और केसे मनाया जाता है |

परिचय

“बहना ने भाई के कलाई से प्यार बांधा है, प्यार के दो तार से संसार बांधा है”

सुमन कल्याणपुर के इस गीत में भाई बहन के रिश्ते के बारे में वर्णन किया है। महिलाओं दवारा देश की सीमा पर खड़े सेनिको  को जाकर राखी बांधी जाती है वो हमारी  बाह्य शक्ति से रक्षा करते हैं। राखी का त्योहार भाई बहन को भावनात्मक तौर पर जोड़ता है। रखी का त्योहार भाई बहन के प्यार का पार्टिक होता है |

भारत में रक्षा बंधन का त्योहार भाई और बहन के बीच के बंधन को मजबूत करने वाला पर्व है। रक्षा बंधन का अर्थ है रक्षा का बंधन, यह का पर्व हर साल श्रवण मास पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई की रक्षा के लिए उसकी कलाई पर ‘राखी’ नामक पवित्र धागा बांधती है। श्रावण मास की पूर्णिमा पर मनाया जाने वाला रक्षा बंधन भारत का सबसे लोकप्रिय त्योहार है।  अगर हम इतिहास में देखें तो भाई और बहन के बीच प्यार का प्रतिक रक्षा बंधन पर कई कहानिया है जो भुत ही लोक परचलित है |

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लोक परचलित कथा

पुरानी कथा के अनुसार, प्राचीन काल में देवताओं और राक्षसों के बीच महायुद्ध हुआ, जो लगातार लम्बे समय तक चला। इस युद्ध के अंत में देवताओं की हार और राक्षसों की जीत .। इस जीत के बाद राक्षसों ने देवताओं के राजा-इंद्र के सिंहासन पर कब्जा कर लिया। जब तीनों लोकों में देवता की हार हुई तो, सभी देवता मिलकर देवताओं के आध्यात्मिक गुरु बृहस्पति देव के पास गए और उनसे मदद मांगी। उनका पाप लगातार बढ़त गया और उन्होंने तीनों लोगों पर भी कब्जा कर लिया।

रक्षाबंधन क्यों मनाया जाता है?

रक्षाबंधन का त्योहार इसलिए मनाया जाता क्योकि हर भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देता है और अपने कर्तेव्ये को याद करता है | रक्षा बंधन के दिन हर बहन रखी बांधकर उसके लम्बी उम्र और स्वस्थ रहने की कामना करती है। भाई भी अपनी बहन को बदले में ये वचन देता है कि कोई भी विपत्ति आ जाये, वो भी अपनी बहन की हमेशा रक्षा करेगा और हमेसा उसका साथ देगा |

इस त्योहार पर बहन पूजा की थाली तैयार करती हा और पूजा की साडी सामग्री और मिठाई रखती है| इसके बाद घर में  पूर्व दिशा में भाई को बैठा कर उसकी आरती उतारी जाती है,  माथे पर कुमकुम का तिलक किया जाता है फिर कलाई पर राखी बांधी जाती है| अंत में बहन भाई को मिठाई खिलाती है और भाई भले ही छोटा हो लेकिन बहन को उपहार देता है |

रक्षा बंधन मनाने की परंपरागत विधि

रक्षाबंधन दो शब्दों रक्षा और बंधन इन दो शब्दों के जोड़ से बना है , जिसमें बहनें अपने भाइयों की लम्बी उम्र की कामना करती हैं और भाई अपने बहन की रक्षा करने का वचन देते हैं। श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाये जाने वाले इस पर्व को राखी (Rakhi) का त्योहार भी कहते हैं। यह त्योहार पुरे रीती रिवाज के साथ मनाया जाता है |

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आधुनिकरण समय में रक्षा बंधन के बदलते तोर तरीके

फले समय में घर  की छोटी बेटी अपने  पिता को रखी बांधती थी और इसके साथ ही गुरुओं द्वारा अपने यजमान को भी रक्षा सूत्र बांधा जाता था पर अब बहनें ही भाई के कलाई पर रखी बांधती हैं। इसके साथ ही समय के साथ ही राखी के पर्व की पूजा विधि में भी बदलाव आया है। राखी के अवसर पर अब भाई के दूर रहने पर लोगों द्वारा कुरियर के माध्यम से राखी भेज दी जाती है। इसके आलावा मोबाइल पर ही राखी की शुभकामनाएं दे दी जाती हैं।

भाई बहन का रिश्ता

भाई-बहन का रिश्ता केवल राखी के धागे तक ही सीमित नहीं है, और न ही इस रिश्तें को  परिभाषित कर पाना आसान हैं. भले भाई अपनी बहनों से लड़ते हों लेकिन एक वक्त ऐसा आता है जब बहने अपने घर विदा होती हैं तो भाई की आंख में सबसे पहले आंसू आते हैं. क्योकि भाई बहन से प्यार करता है और वह उसे केसे और के घर जात्ते हुए नही देख सकता भाई बहन का रिश्ता ही सबसे अलग होता है |

स्कूल में राखी का त्योहार

राखी का पर्व स्कूलों में भी उतने ही प्यार से मनाया जाता है जितना की घर पर , विद्यालयों में राखी के अवकाश से एक दिन पहले रखी के त्योहार को आयोजित किया जाता है। स्कूल में सभी बच्चो को रखी सजाने के लिए बोला जाता हा और जिसके रखी सबसे अची होती है उसे इनाम दिया जाता है और सभी मिलकर यह त्योहार मानते है |  इसमें सभी बच्चो की पूरी कलाई बालिकाओं के  द्वारा बांधी गई रंग-बिरंगी राखियो  से भर जाता है। कुछ बालक रखी नही बन्दवाते परन्तु परिस्थिति के अनुसार उन्हें रखी बंधवानी पड़ती है। सच में यह रोचक दृश्य होता है।

राखी के पर्व पर भाई-बहन क्या-क्या कर सकते हैं

भाई-बहन जहां भी रहते हो राखी के समय पर एक-दूसरे से मिलते है और जरुर मिलना चाहिए।

राखी के त्योहार को और महत्वपूर्ण बनाने के लिए भाई बहन कहीं बाहर घुमने जा सकते हैं।

अपने-अपने जीवन में एक-दूसरे के महत्व को बताने के लिए वह उनके पसंद का तोफा  उन्हें दे सकते हैं।

किसी भाई दवारा बहन के प्रति भाई का फर्ज निभाने पर राखी के अवसर पर बहन उसे विशेष महसूस करने के लिए राखी बांध सकती हैं|

बहन अपने भाई के लिए इस दिन वर्त भी रखती है भाई ही बहन के वर्त को तोड़कर  उसे खाना खिलाता है |  

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रक्षा बंधन के महत्व बचाना अति आवश्यक है

स्वयं को नये जमाने का दिखाने के लिए, हम शुरु से हमारी संस्कृति को पुराना फैशन कह कर भूलाते जा रहे हैं। हमने हमारी पूजा विधि को भी पुरी तहर बदल दिया है। हमें अपने संस्कृति की रक्षा के लिए  हमारे त्योहार के रीति रिवाज में परिर्वतन नहीं करना चाहिए और राखी के पर्व की महत्व को समझते हुए हमें इस पर्व को सही पूजा विधि के अनुसार ही मनाना चाहिए। हमें पुराने रीती  रिवाजो को भूलना नही चाहिए  हमें उन्ही के  अनुसार  त्योहार मनाने चाहिए |

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प्यार के धागे का महंगे मोतियों में बदल जाना

रक्षा बंधन में सर्वाधिक महत्वपूर्ण रेशम का धागा है, जिसे महिलाएं भावपूर्ण होकर भाई के कलाई पर बांधती हैं पर आज बाजार में अनेक प्रकार की राखियां उपलब्ध हैं, जिसमें कुछ तो सोने-चांदी की भी हैं। रेशम के सामान्य धागे से बना यह प्यार का बंधन धीरे-धीरे दिखावें में तबदील हो रहा है।  बहन भी अपने भाई  के लिए महँगी रखी

रक्षा बंधन के महत्व को बचाए रखना आवश्यक है

स्वयं को नये जमाने का दिखाने के लिए, हम शुरु से हमारी सभ्यता को पुराना फैशन कह कर भूलाते आए हैं। हमने हमारी पूजा पद्धति बदली है। अतः अपने संस्कृति के रक्षा हेतु हमें हमारे पर्वों के रीति रिवाज में परिर्वतन नहीं करना चाहिए और राखी के पर्व की महत्व को समझते हुए हमें इस पर्व को बनाए गए पूजा पद्धति के अनुसार करना चाहिए। हमें पुराने रीती  रिवाजो को भूलना नही चाहिए  हमें उन्ही के  अनुसार  त्योहार मनाने

निष्कर्ष

हमारे पूर्वजों द्वारा बनाए गए पर्वों, त्योहारों व उपवास के विधि-विधान हमारी सभ्यता, संस्कृति के रक्षक है। इन सब से हमारी पहचान है अतः हमें इसे बदलने का प्रयास नहीं करना चाहिए। हमें सभी त्योहारों  को पुरे विधि विधान से  मनाना चाहिए |

बहन भाई का रिश्ता खट्टा-मीठा होता है। जिसमें वह आपस में बहुत झगड़ते हैं पर एक-दूसरे से बात किए बिना नहीं रह सकते। राखी का पर्व उनके जीवन में एक-दूसरे के महत्व को बताने का कार्य करता है अतः हम सभी को यह उत्सव परंपरागत विधि से मनाना चाहिए।